खोया है कुछ तो कुछ पाया भी है
जिंदगी के सफर ने बहुत कुछ सिखाया भी है
गिरा हूँ अगर तो खुद उठके कदम बढ़ाया भी है
सुख हो या गम दोनों को ही गले लगाया भी है
छूटे कुछ नाते तो कुछ ने साथ निभाया भी है
हुए कुछ पराये तो कुछ ने अपनाया भी है
कुछ सपने बांकी है अभी तो कुछ से खुद को मिलवाया भी है
छलके हैं कभी आंसू गम के तो कभी खुशियों ने महकाया भी है
फक्र से है सीखा सर उठाना तो गलतियों पे सर झुकाया भी है
कुछ का बना मैं सहारा तो कुछ ने सहारा दिलाया भी है
कुछ ने तोड़ा हौसला तो कुछ ने हौसला बंधाया भी है
कभी ये दिल रहा शांत तो कभी इसने गीत गुन-गुनाया भी है
खोया है कुछ तो कुछ पाया भी है
जिंदगी के सफर ने बहुत कुछ सिखाया भी है